November 14, 2025
NationNews
International News

वॉशिंगटन में दुनिया के भविष्य पर मंथन: कर्ज़, क्लाइमेट, और राजनीति एक मेज़ पर

वॉशिंगटन में दुनिया के भविष्य पर मंथन: कर्ज़, क्लाइमेट, और राजनीति एक मेज़ पर

वॉशिंगटन में दुनिया के भविष्य पर मंथन: कर्ज़, क्लाइमेट, और राजनीति एक मेज़ पर

वॉशिंगटन डी.सी. में इस हफ्ते (13 से 18 अक्टूबर) कुछ बड़े फैसले होने वाले हैं।
यह वो जगह है जहाँ हर साल दुनिया की अर्थव्यवस्था का रास्ता तय होता है-World Bank और IMF की सालाना बैठकें।

लेकिन इस बार माहौल कुछ और है।

पृष्ठभूमि में उभर रहे हैं कई सवाल:
क्या अमीर देश अपने कर्ज़ के जाल में फंसे गरीब देशों को राहत देंगे?
क्या जलवायु परियोजनाओं में निवेश जारी रहेगा या राजनीतिक दबाव के आगे रुक जाएगा?
और क्या वो 1.3 ट्रिलियन डॉलर की सालाना क्लाइमेट फाइनेंस डील, जिस पर दुनिया ने पिछले साल बाकू में भरोसा किया था, अब हकीकत बन पाएगी?

एक नई दौड़एक पुरानी सियासी लड़ाई

इस साल Multilateral Development Banks (MDBs) यानी बहुपक्षीय विकास बैंकों ने रिकॉर्ड $137 बिलियन की क्लाइमेट फाइनेंस दी-जिसमें से $85 बिलियन निचले और मध्यम आय वाले देशों को गया।
यह आंकड़ा सुनने में सूखा लग सकता है, लेकिन यह बताता है कि दुनिया अब “बदलाव की अर्थव्यवस्था” में कदम रख चुकी है।
Inter-American Development Bank ने अकेले $11 बिलियन अनलॉक करने के नए टूल लॉन्च किए हैं,
EBRD और AIIB ने जलवायु को शीर्ष प्राथमिकता बनाया है,
और New Development Bank (BRICS बैंक) ने पहली बार क्लाइमेट फाइनेंस को अपने मिशन का केंद्र बनाया है।

पर इसी बीच, वर्ल्ड बैंक और IMF के भीतर राजनीति गरम है।
अमेरिका की नई ट्रंप-समर्थक टीम इन संस्थाओं से कह रही है-फॉसिल प्रोजेक्ट्स को मत भूलो।
उनकी नज़र “गैस और न्यूक्लियर” को फिर से एनर्जी मिक्स में शामिल करने पर है।
दूसरी तरफ़ यूरोप और ब्रिटेन जैसे शेयरहोल्डर्स वर्ल्ड बैंक को उसके क्लाइमेट मिशन पर टिके रहने का आग्रह कर रहे हैं।

IMF के भीतर भी हलचल है।
ट्रंप प्रशासन के पूर्व अधिकारी डेनियल कैट्ज़ अब IMF के डिप्टी डायरेक्टर हैं, और उन्होंने साफ कहा है कि “क्लाइमेट, जेंडर, और सोशल एजेंडा” पर इतना ज़ोर देना ज़रूरी नहीं।
यानी, संस्थागत सुधार की आड़ में क्लाइमेट एजेंडा को पीछे धकेलने की कोशिशें भी जारी हैं।

1.3 ट्रिलियन डॉलर का सवाल

Also Read: मोहम्मद यूनुस हैं बांग्लादेश में हिंदुओं के कत्लेआम के मास्टरमाइंड’, शेख हसीना ने लगाए आरोप

15 अक्टूबर को जी20 फाइनेंस मंत्रियों की मीटिंग के दौरान Circle of Finance Ministers Report जारी होगा-
यही रिपोर्ट “Baku-to-Belém Roadmap” का आधार बनेगी, जो 27 अक्टूबर को आने वाली है।
इस रोडमैप में तय होगा कि देश मिलकर कैसे हर साल 1.3 ट्रिलियन डॉलर जुटाएँगे, ताकि COP29 में किए वादे पूरे हों।
Inter-American Development Bank पहले ही इस मॉडल को लैटिन अमेरिका और कैरिबियन में पायलट कर रहा है।

लेकिन असली सवाल यह है कि क्या दुनिया इतनी बड़ी राशि जुटा पाएगी- जबकि कर्ज़, राजनीतिक खींचतान और चुनावी दबाव एक साथ सिर उठा रहे हैं?

कर्ज़ की राजनीति और ग्लोबल साउथ की बेचैनी

Debt Relief इस साल के एजेंडा का दूसरा बड़ा मुद्दा है।
कई अफ्रीकी देशों और उभरती अर्थव्यवस्थाओं ने “Borrowers’ Club” और “African Debt Leaders Initiative” जैसे मंच बनाकर अपनी नाराज़गी जताई है-कहते हैं कि रिफॉर्म्स की रफ्तार बहुत धीमी है।
IMF से अब उम्मीद की जा रही है कि वह इन प्रस्तावों को आगे बढ़ाएगा, लेकिन अमेरिकी दबाव और संस्थागत राजनीति के बीच यह संतुलन आसान नहीं होगा।

14 अक्टूबर को “Sovereign Debt, the Climate Challenge, and Geoeconomics” नाम से एक हाई-लेवल इवेंट होगा, जिसमें अफ्रीका के पूर्व प्रधानमंत्री हैलेमारियम डेसालेन जैसे नेता शामिल होंगे।
यह बातचीत तय करेगी कि आने वाले महीनों में ग्लोबल साउथ अपनी शर्तों पर कितनी मजबूती से खड़ा हो सकता है।

क्लाइमेट फाइनेंस का असली संघर्ष

ये बैठकें हमें याद दिलाती हैं कि जलवायु वित्त केवल पैसे का सवाल नहीं है-यह भरोसे का भी सवाल है।
क्या अमीर देश अपने वादों पर कायम रहेंगे?
क्या गरीब देश बिना नए कर्ज़ के क्लाइमेट एक्शन को आगे बढ़ा पाएंगे?
और क्या वैश्विक बैंकिंग सिस्टम, जो दशकों से पुराने ढर्रे पर चलता आया है, अब जलवायु युग के लिए खुद को नया रूप दे पाएगा?

कहानी का सार
वॉशिंगटन की इन मीटिंग्स में जो कुछ तय होगा, वो केवल वित्तीय नीति नहीं, बल्कि ग्रह का भविष्य तय करेगा। कर्ज़ और क्लाइमेट के बीच की यह रस्साकशी बताती है-हमारी लड़ाई सिर्फ़ कार्बन कम करने की नहीं,
बल्कि भरोसा लौटाने की है।

Related posts

सीरिया को लेकर अमेरिका और रूस में खूब हुई जुबानी जंग; यूक्रेन पर लगे गृह युद्ध भड़काने के आरोप

Nation News Desk

शांति समझौते पर चर्चा के बीच रूस का बड़ा मिसाइल अटैक, 14 की मौत

Nation News Desk

लेबनान में इजरायल का हवाई हमला, 47 लोगों की मौत हो गई

Nation News Desk

लंदन में हाई अलर्ट; अमरीकी दूतावास के पास विस्फोट, एयरपोर्ट पर हडक़ंप

Nation News Desk

रूस के कजान में 9/11 जैसा हमला, कई इमारतों से टकराए ड्रोन भारी तबाही

Nation News Desk

यूक्रेन के जापोरिज्जिया में रूस ने दागी मिसाइलें और ग्लाइड बम, 13 लोगों की मौत; 30 अन्य घायल

Nation News Desk

मोहम्मद यूनुस हैं बांग्लादेश में हिंदुओं के कत्लेआम के मास्टरमाइंड’, शेख हसीना ने लगाए आरोप

Nation News Desk

मेक्सिको मे भयंकर हादसा ट्रक से टक्कर के बाद बस में लगी आग, 41 लोगों की जिंदा जलकर मौत

Nation News Desk

पाकिस्तान में बड़ा आतंकी हमला, पैसेंजर वैन पर की अंधाधुंध फायरिंग, 50 लोगों की मौत

Nation News Desk

परमाणु युद्ध के मुहाने पर खड़ी दुनिया, बाइडन के जवाब में पुतिन ने बदल दी परमाणु नीति

Nation News Desk

नेपाल को तीन नए मंत्री मिलते ही जेनज़ी ने पीएम से मांगा इस्तीफा, कहा, कैबिनेट विस्तार में नहीं ली राय

Nation News Desk

धूम्रपान की आदत पर इटली की PM मेलोनी का मजेदार जवाब, बोलीं- ‘सिगरेट ही मेरी सच्ची दोस्त’

Nation News Desk

ताइवान में तूफान से 17 मौतें, चीन से 20 लाख लोग निकाले

Nation News Desk

तमिल पिता, पंजाबी मां’, कनाडा की नई प्रधानमंत्री के लिए अनीता आनंद का नाम क्यों सबसे आगे?

Nation News Desk

ट्रंप की जान बचाने वाले को मिला सबसे बड़ा इनाम, राष्ट्रपति ने किसे बनाया सीक्रेट सर्विस का चीफ?

Nation News Desk

चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस का प्रकोप तेज, कोरोना के पांच साल बाद इस वायरस ने डराया

Nation News Desk

चीन में नए वायरस ने बढ़ाई टेंशन, जानिए कोरोना से कितना है अलग, भारत को कितना खतरा

Nation News Desk

चीन में छात्र ने की आठ लोगों की हत्या, 17 घायल, परीक्षा में असफल होने पर दिया वारदात को अंजाम

Nation News Desk

चीन पर 34%, पाकिस्तान-बांग्लादेश को भारत से भी बड़ा झटका; जानिए किस देश से कितना टैक्स वसूलेंगे ट्रंप

Nation News Desk

चीन ने हमला किया तो ताइवान को 2 महीने तक खुद बचाव करना होगा’; US युद्ध सिमुलेशन से मिली जानकारी

Nation News Desk

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More

error: Content is protected !!