पंजाब में निशाने पर थाने: देश विरोधी संगठनों को मजबूत करने के लिए किए जा रहे धमाके, बड़ा है मकसद
पंजाब ने आतंकवाद के खिलाफ लंबे समय तक जंग लड़ी है। प्रदेश के शांतिपूर्ण माहौल को खराब कर ये आतंकी संगठन देश की छवि को खराब कर विदेश में बैठे अपने हैंडलर्स को बड़े स्तर पर फंडिंग के रास्ते खोलने में जुटे हैं।
पंजाब में बीते 25 दिनों में 6 बड़े आतंकी हमलों को अंजाम दिया गया है। इन सभी आतंकी हमलों में पुलिस थानों को निशाने पर लिया गया है।
पंजाब पुलिस की प्राथमिक जांच में इस बात की भी पुष्टि हो गई है कि इनके पीछे पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई और खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई), खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ), केजेडएफ व अन्य संगठनों का हाथ है।
पंजाब डीजीपी गौरव यादव का मानना है कि भारत के खिलाफ लगातार साजिशें रची जा रही हैं। इन साजिशों के अंजाम देने के लिए पंजाब को टारगेट किया जा रहा है। पंजाब ने आतंकवाद के खिलाफ लंबे समय तक जंग लड़ी है। प्रदेश के शांतिपूर्ण माहौल को खराब कर ये आतंकी संगठन देश की छवि को खराब कर विदेश में बैठे अपने हैंडलर्स को बड़े स्तर पर फंडिंग के रास्ते खोलने में जुटे हैं। यहां तक कि थानों पर हुए ग्रेनेड हमलों के पीछे के मकसद को जानने में जुटे जांच अधिकारियों की मानें तो कनाडा, अमेरिका, न्यूजीलैंड, फिलीपींस और अन्य देश में कई ऐसे संगठन ऐसे हैं जो न केवल विदेश में भारत के खिलाफ षड्यंत्रों को रचने में जुटे हैं, बल्कि अपने मूवमेंट को जिंदा रखने के लिए भारत में खासकर पंजाब में इस प्रकार के हमलों को अंजाम देते हैं।
ऐसे हमलों से खुलते हैं फंडिंग के रास्ते