हिमाचल प्रदेश: सत्ता के आगे नहीं झुकीं SP इल्मा अफरोज तो सरकार ने लंबी छुट्टी भेजा, विधायक की पत्नी की गाड़ियों के काटे थे चालान
Baddi SP Ilma Afroz: हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस विधायक राम कुमार चौधरी फिर से सुर्खियों में हैं. एक बार फिर से उनका एसपी से टकराव देखने को मिला है. इस बार महिला अधिकारी से विवाद हुआ है.
बद्दी. हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के बद्दी की महिला एसपी इल्मा अफरोज (IPS Ilma Afroj) सत्ता के आगे नहीं झुकी. बेशक सरकार और उनके ही विभाग ने तमाम कोशिशें की, लेकिन उन्होंने अपने असूलों के साथ समझौता करने से इंकार कर दिया. अब वह लंबी छुट्टी पर चली गई हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि सरकार (Sukhu Sarkar) जल्द ही उनका तबादला करेगी.
दरअसल, हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के बद्दी का यह मामला है. यहां पर दून के विधायक राम कुमार चौधरी से एसपी इल्मा अफरोज का टकराव चल रहा था. कांग्रेस विधायक ने इस मामले में एसपी को विधानसभा से प्रिवलेज मोशन भी दिलवाया था. सता की धौंस के चलते आईपीएस इल्मा अफरोज पर दवाब बनाया जा रहा था. लेकिन वह अड़िग रही.
विधायक की पत्नी की गाड़ियों का काटा था चालान
अगस्त 2024 से ये सारा टकराव शुरू हुआ. बद्दी में अवैध खनन के मामले में पुलिस ने विधायक राम कुमार चौधरी की पत्नी की गाड़ियों के चालान काटे. इस पर एसपी और विधायक में ठन गई. रामकुमार चौधरी ने विधानसभा सत्र के दौरान गंभीर आरोप लगाए और एसपी को विधानसभा से प्रिवलेज मोशन दिलवाया था।
हाल ही में हुआ था कांड
उधऱ, हाल ही में बद्दी में एक फायरिंग कांड भी सामने आया था. कुछ ही दिन पहले खेड़ा राजपुर रोड पर एक बुलेट प्रुफ वाहन पर कई फायर किए गए थे. इस मामले में पीड़ित स्क्रेप व्यापारी रामकिशन पर गोलियां चलाई गई थी. लेकिन बाद में जांच में पता चला था कि पीड़ित बताने वाला रामकिशन ही पूरे घटनाक्रम की प्लानिंग की थी और खुद पर फायरिंग करवाई थी. फायरिंग के आरोपी को सारे राज उगल दिए थे. स्क्रेप व्यापारी रामकिशन पुलिस से लगातार ऑल इंडिया गन लाइसेंस की मांग रहा था लेकिन उसके पुराने रिकार्ड को देखते हुए पुलिस ने आवेदन को स्वीकार नहीं किया था. पुलिस ने मामले के आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद रामकिशन पर भी केस दर्ज कर लिया.
सूत्रों के मुताबिक, स्क्रेप व्यापारी रामकिशन कांग्रेस के एक बड़े नेता का नजदीकी है और नेता जी इल्मा अफरोज पर लगातार इस मामले पर पर्दा डालने के लिए दवाब बनाने लगे और इसे ही मुद्दा बनाकर सत्ता पक्ष शिमला जा पहुंचा. सरकार के आदेश पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने इल्मा अफरोज को बुलाकर मामले पर बात की तो इल्मा ने पुलिस की जांच को रोकने से साफ मना कर दिया. इस पर उन्हें लंबी छुट्टी पर जाने के लिए कहा गया है. बस इल्मा ने सत्ता के आगे झुकने के के बजाए लंबी छुट्टी या स्थानांतरण पर जाने के विकल्प को चुना है. हालांकि, अभी उनके तबादला आदेश नहीं आए हैं.
रात को ही लौटी बद्दी और फिर समेटा सामान
एसपी बद्दी इल्मा अफरोज बुधवार को शिमला गई थी और यहां पर उनकी अफसरों के साथ मीटिंग हुई. मीटिंग के बाद एकाएक वह बद्दी लौटी और फिर अपना सामान समेटा और मां के साथ अपने घर यूपी के मुरादाबाद चली गईं.हालांकि, उनका मीडिया के सामने बयान नहीं आया है.
एएसपी को सौंपा चार्ज
बता दें कि एसपी बद्दी इल्मा अफरोज आठ महीने पहले ही यहां पर तैनात की गई थी. उनसे एक उम्दा अधिकारी के तौर पर जाना जाता है. खनन माफिया पर उन्होंने काफी शिकंजा कसा है. साथ ही वह ड्यूटी के अलावा, महिलाओं की समस्याओं के लिए दरबार भी लगाता हैं. सोशल मीडिया में एसपी के समर्थन में लोग लगातार पोस्ट डाल रहे हैं. उधर, न्यूज18 ने एसपी को फोन किया तो उन्होंने कॉल का जबाव नहीं दिया. फिलहाल, उन्होंने अपना चार्ज एएसपी को सौंपा है.