✅‘अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ का रोचक इतिहास…एक नजर
8 मार्च का दिन मेहनतकश महिलाओं के लिए बहुत खास अहमियत रखता है। 117 वर्ष पूर्व 1908 में अमेरिका के शिकागो शहर में गारमेंट फैक्ट्री में काम करने वाली मजदूर महिलाओं ने काम के घंटों को कम किए जाने व वेतन बढ़ाए जाने आदि मांगों को लेकर सड़कों पर संघर्षों को शुरू किया था। इस संघर्ष के बाद दुनियाभर में धीरे-धीरे महिला अधिकारों को लेकर आंदोलन तेज होता गया
1910 में डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में कम्युनिस्ट नेता क्लारा जेटकिन के नेतृत्व में सोशलिस्ट इंटरनेशनल की बैठक हुई। बैठक में 17 देशों के प्रतिनिधियों द्वारा महिला संघर्षों की विरासत को आगे बढ़ाते हुए 8 मार्च को ‘अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। तभी से दुनिया भर में 8 मार्च को ‘अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ के रूप में मनाया जाता है