अब निजी बीएड कालेजों में ही बनाए जाएंगे परीक्षा केंद्र, छात्रों को सरकारी कालेजों के चक्करों से मिलेगी छुट्टी
छात्रों को सरकारी कालेजों के चक्करों से मिलेगी छुट्टी
एचपीयू प्रशासन हर एग्जाम सेंटर से वसूलेगा 50 हजार
हिमाचल प्रदेश में अब सरकारी महाविद्यालयों में निजी बीएड कालेजों में पढ़ रहे विद्यार्थियों की परीक्षाएं नहीं होंगी। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने इस मामले में निर्णय लिया है कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के अधीन संचालित सभी 57 बीएड महाविद्यालयों में उन्हीं के परिसर में एग्जाम सेंटर बनाए जाएंगे। निजी कालेजों में परीक्षा केंद्र गठित करने की एवज में एचपीयू उनसे अब पचास हजार रुपए का शुल्क भी लेगा। पहले प्रत्येक कालेज को 25 हजार रुपए की फीस परीक्षा केंद्र के लिए देनी पड़ती थी। अब हर एक बीएड कालेज का अपना ही परीक्षा केंद्र होगा। विद्यार्थियों को परीक्षा देने के लिए दूर-दूराज सरकारी क्षेत्र में संचालित संस्थानों में नहीं जाना पड़ेगा। पहले निजी कालेज के छात्र-छात्राओं को 15 किलोमीटर से लेकर 40 किलोमीटर तक का सफर भी परीक्षा के लिए तय करना पड़ता था, किंतु हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालयकी नई अधिसूचना के बाद यह निर्णय लिया गया है कि जो भी विद्यार्थी, जिस भी कालेज में पढ़ता है, उसकी वार्षिक परीक्षा भी उसी निजी कालेज में ली जाएगी। विश्वविद्यालय ने अंसर शीट से लेकर एग्जाम से संबंधित सामग्री निजी महाविद्यालयों में पहुंचानी शुरू कर दी है। इसके लिए 50 हजार रुपए की राशि प्रबंधकों से मांगी गई है। अधिसूचना के मुताबिक राशि को जमा करवाने की अंतिम तिथि 27 जनवरी निर्धारित की गई थी, किंतु विश्वविद्यालय प्रशासन अब इस तिथि को आगे बढ़ाने के लिए मंथन कर रहा है। एचपीयू के अधीन वर्तमान में कुल 57 बीएड कालेज संचालित है।