अस्पतालों में आधुनिक मशीनों पर 1500 करोड़ खर्चेगा हिमाचल
आईजीएमसी, टांडा और नेरचौक को आधुनिक एमआरआई मशीनें
थ्री टेस्ला एमआरआई मशीनों को 85 करोड़ जारी
250 करोड़ से डबललेन होगी छैला-कुमारहट्टी सडक़ डीपीआर बनाने के निर्देश
हिमाचल सरकार ने आईजीएमसी शिमला, टांडा और नेरचौक मेडिकल कालेज में थ्री टेस्ला एमआरआई के लिए 85 करोड़ रुपए जारी किए हैं। आईजीएमसी और टांडा में एम्स के स्तर की रोबोटिक सर्जरी के लिए जल्द टेंडर फाइनल हो रहे हैं। जुब्बल कोटखाई विधानसभा क्षेत्र के एकदिवसीय दौरे के दौरान जनसभा से यह बात मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कही। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 1500 करोड़ रुपए प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों में आधुनिक मशीनें लगाने पर खर्च किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं सही न होने के कारण 9.5 लाख लोग इलाज के लिए प्रदेश से बाहर जाते हैं, जिससे 1350 करोड़ जीडीपी का नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि 250 करोड़ रुपए की लागत से छैला-ओच्छघाट-कुमारहट्टी सडक़ को डबल लेन किया जाएगा। उन्होंने इस सडक़ की डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष आई आपदा के दौरान राज्य सरकार ने किसी भी बागबान के सेब व अन्य उत्पाद सडऩे नहीं दिए और समय पर मंडी तक पहुंचाया।
उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान 22 हजार परिवार प्रभावित हुए लेकिन राज्य सरकार ने हौंसले के साथ इसका सामना किया। केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश के आपदा प्रभावितों के लिए न तो विशेष पैकेज दिया और आज तक पीडीएनए के 9000 करोड़ रुपए भी जारी नहीं किए। राज्य सरकार ने अपने संसाधनों से 4500 करोड़ रुपए का विशेष राहत पैकेज दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने मंडी मध्यस्थता योजना की 163 करोड़ रुपए की देनदारियां क्लीयर की। छोटे सेब बागबानों की मदद