नालागढ़ में हिमाचल का पहला ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट
दभोटा में नौ करोड़ का निवेश, पांच फरवरी को मुख्यमंत्री करेंगे शिलान्यास
हिमाचल का पहला ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ के दभोटा में स्थापित किया जाएगा। करीब नौ करोड़ रुपए के शुरुआती निवेश के साथ यह प्लांट एचपी पावर कारपोरेशन लिमिटेड और ऑयल इंडिया लिमिटेड का संयुक्त उद्यम होगा। एचपी पावर कारपोरेशन लिमिटेड अपनी इक्विटी हिस्सेदारी के रूप में भूमि प्रदान कर रहा है। इस परियोजना से उच्च शुद्धता वाले ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन होगा, जिसका उपयोग औद्योगिक ईंधन के रूप में किया जाएगा । बता दें कि प्रदेश सरकार ने हिमाचल प्रदेश को 31 मार्च, 2026 तक हरित ऊर्जा राज्य बनाने का लक्ष्य तय किया है। इसी कड़ी में यह ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट इस महत्त्वाकांक्षी लक्ष्य को हासिल करने में मील पत्थर साबित हो सकता है। मुख्यमंत्री सुक्खू पांच फरवरी को एक मेगावाट क्षमता वाले इस प्लांट की आधारशिला रखेंगे। नालागढ़ के दभोटा में स्थापित किए जाने वाले एक मेगावाट क्षमता के ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट का वर्ष के अंत तक परिचालन शुरू करने की योजना है ।
वर्तमान परिप्रेक्ष्य में विभिन्न उद्योगों में ग्रीन हाइड्रोजन की मांग निरंतर बढ़ रही है। परिवहन, विनिर्माण और ऊर्जा भंडारण जैसे क्षेत्रों में ग्रीन हाइड्रोजन जीवाश्म ईंधन का एक स्वच्छ विकल्प प्रदान करता है। शून्य कार्बन उत्सर्जन के साथ हरित हाइड्रोजन के उत्पादन से यह परियोजना उद्योगों और ऊर्जा क्षेत्र में कार्बन उत्सर्जन को कम करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगी तथा जिससे पर्यावरण संरक्षण भी सुनिश्चित होगा। इस परियोजना का एक महत्त्वपूर्ण पहलू यह है कि ग्रीन हाइड्रोजन से नाइट्रोजन ऑक्साइड, सल्फर ऑक्साइड