पंजाब के बठिंडा मे जमीन की निशानदेही का विरोध कर रहे किसानों पर पुलिस ने भांजी लाठियां, DSP की बाजू टूटी
(एकता उगराहां) के नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर 30 जनवरी तक मामला हल न हुआ तो किसानों द्वारा बड़े स्तर पर संघर्ष किया जाएगा। यूनियन के नेता जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि जिला प्रशासन जमीन की निशानदेही एवं मुरूबेबंदी के नाम पर किसानों के साथ धक्केशाही कर रहा है।
बठिंडा के गांव ज्योंद व बदियाला में सोमवार को किसानों और पुलिस के बीच सीधे झड़प हो गई। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। इस झड़प में डीएसपी राहुल भारद्वाज की बाजू टूट गई जबकि कई किसानों को भी चोटें आईं। यह घटना उस समय हुई जब सोमवार को गांव ज्योंद एवं बदियाला में पटवारी व कानूनगो द्वारा भारी पुलिस बल की मौजूदगी में जमीन की निशानदेही एवं मुरूबेबंदी की जा रही थी। किसान इसका विरोध कर रहे थे।
इसी दौरान किसानों ने पटवारी व कानूनगो को बंदी बना लिया, जिन्हें पुलिस ने छुड़वाया। पुलिस की कार्रवाई के दौरान किसान भी पुलिस से भिड़ गए। जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस के लाठीचार्ज के खिलाफ किसानों ने 30 जनवरी तक धरना जारी रखने का ऐलान किया है। किसानों ने आरोप है कि जिला प्रशासन उनसे उनकी जमीन का मालिकाना हक छीनना चाह रहा है, वहीं जिला प्रशासनिक अधिकारियों का तर्क है कि कुछ किसानों ने जिस जमीन पर कब्जा किया हुआ है, वो किसी और की है। इस झड़प के बाद जिला प्रशासन ने निशानदेही एवं मुरूबेबंदी का काम बंद कर दिया है।
भाकियू (एकता उगराहां) के नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर 30 जनवरी तक मामला हल न हुआ तो किसानों द्वारा बड़े स्तर पर संघर्ष किया जयगा