प्रदेश में अब छात्रों को पढ़ाएंगे हैडटीचर-प्रिंसीपल, जानिए कारम
स्कूलों में बच्चों की एनरोलमेंट बढ़ाने और शिक्षा स्तर में सुधार लाने पर फोकस
उच्च शिक्षा निदेशक ने जारी किए नए निर्देश
छात्रों को सीपीआर-फस्र्ट एड की दी जाएगी ट्रेंनिंग
प्रार्थना सभा में हर दिन 15 मिनट तक करवाया जाएगा शारीरिक व्यायाम
प्रदेश की सरकारी स्कूलों में
बच्चों की एनरोलमेंट को बढ़ाने और शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के लिए उच्च शिक्षा निदेशक ने सभी जिलों को नए निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों के मुताबिक अब प्रशासनिक पदों पर स्कूलों में कार्य करने वाले अध्यापक हैडमास्टर और प्रिंसीपल शामिल है, कम से कम एक कक्षा के विषय को पढ़ाएंगे। इसके साथ ही प्राथमिक स्कूलों के सीएचटी यानी सेंटर हेड टीचर और हेड टीचर भी जेबीटी के समकक्ष की अध्यापन कार्य करेंगे। उच्च शिक्षा निदेशक की ओर से यह कहा गया है कि अध्यापन संबंधी कार्य को संबंधित हैडमास्टर प्रिंसीपल की अध्यापन संबंधी एसीआर में भी अंकित किया जाएगा। इसके साथ ही यह भी निर्देश जारी किए गए हैं कि सुबह की प्रार्थना सभा में बच्चों को शारीरिक व्यायाम करवाया जाएगा। इसके लिए 15 मिनट का समय निश्चित होगा जिसमें शारीरिक शिक्षक की यह जिम्मेदारी होगी।
शारीरिक शिक्षक जिस स्कूल में तैनात है वहां पर क्लस्टर स्कूल में भी इस शिक्षक की जिम्मेदारी बच्चों के लिए रहेगी। इसके साथ ही यह भी निर्देश जारी किए गए हैं कि सुबह की प्रार्थना सभा में राष्ट्रगान को भी गया जाएगा। स्कूल में प्रतिदिन खेल का एक पीरियड होगा जिसमें बच्चों को सीपीआर और फस्र्ट एड की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि मर्ज किए गए स्कूलों की सभी संपत्तियों और संसाधन किसी अन्य संस्था या विभाग को ट्रांसफर नहीं होंगे। बल्कि इन संसाधनों