मुख्यमंत्री का भ्रष्टाचार मुक्त शासन के दावा बद्दी में फेल, उद्योगपति परेशान, बिजनेस करना इसलिए खुलकर नहीं बोलते, ऑफ दा रिकार्ड हर काम के दाम
बद्दी. मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन देने का दावा करते हैं। उद्योगपतियों को हिमाचल में निवेश करने के लिए रेड कारपेट बिछाकर स्वागत करते हैं। निवेशकों को इंस्पेक्टर राज से मुक्त प्रशासन होने का भरोसा भी दिलाते हैं। लेकिन प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्री बीबीएन में मुख्यमंत्री सुक्खू के सभी दावे फेल नजर आते हैं। बीबीएन क्षेत्र के उद्योगपतियों के बातें सच हैं तो सरकारी कार्यालयों में हर काम के दाम तय होते हैं। बिना दाम के कोई काम नहीं होता है। ऑफ दा रिकॉर्ड तो उद्योगपति बहुत कुछ सच सच बताते हैं लेकिन खुलेआम बोलने से डरते हैं क्योंकि उन्होंने करोड़ों रुपए का निवेश कर दिया है। सभी को इन्हीं अधिकारियों के राज में काम करना है। इस कारण कुछ बोल नहीं पाते, उद्योग चलाने के लिए दाम देकर अपना काम करवाकर शांत हो जाते हैं।
बद्दी के सभी नहीं लेकिन कुछ सरकारी कार्यालयों में वर्किंग सिस्टम का बुरा हाल है। उद्योगपतियों को छोटे छोटे कामों के लिए कई चक्कर काटने होते हैं फिर भी काम नहीं होता। जब उद्योगपति दलालों के माध्यम से काम करवाना चाहते हैं तो काम जल्द हो जाता है। काम की फाइल भी तेजी से दौड़ती है और साहब की स्वीकृति के अंतिम हस्ताक्षर भी जल्दी से हो जाते हैं।
मुख्यमंत्री सुक्खू को अपने सरकारी सिस्टम से पूरी जांच करानी चाहिए। अपने खुफिया तंत्र के साथ-साथ औद्योगिक संगठनों के साथ चर्चा करनी चाहिए और अधिकारियो के काम काज के बारे में गोपनीय फीडबैक लेना चाहिए। जो अधिकारी सही काम कर रहे हैं उन्हें इनाम देना चाहिए और जो अधिकारी भ्रष्टाचारी तंत्र में लिप्त हैं उन्हें सजा देनी चाहिए।