सोलर फेंसिंग पर अनुदान बंद, अब चेन लिंक व कांटेदार तार पर मिलेगी सबसिडी
किसानों के लिए बाड़बंदी की योजना में बदलाव
अब चेन लिंक व कांटेदार तार पर मिलेगी सबसिडी
दो साल से लंबित पड़े हैं चार हजार से ज्यादा आवेदन
राज्य में किसानों व बागवानों को उनकी खेती के बचाव के लिए सरकार द्वारा सोलर फेंसिंग पर दी जाने वाली सबसिडी को बंद कर दिया गया है। इसकी जगह पर अब सरकार अपनी पुरानी स्कीम को रिवाइज कर रही है और उसके मुताबिक केवल चेन लिंक व कांटेदार तार पर ही 70 फीसदी तक अनुदान दिया जाएगा। कृषि विभाग ने इसका फैसला ले लिया है और नए सिरे से इसके लिए आवेदन लिए जाएंगे। हिमाचल प्रदेश की 80 फीसदी आबादी आज भी खेती बाड़ी पर निर्भर करती है। ग्रामीण परिवेश में खेती को बढ़ावा देने के लिए खुद सरकार लगातार प्रयास कर रही है। सरकार ने कई तरह के ऐसे प्रयास पूर्व में किए हैं जिससे यहां लोग खेती बाड़ी की ओर आकर्षित हों और प्राकृतिक खेती के कंसेप्ट से ऐसा हुआ भी। मगर किसानों की खेती को जंगली जानवर तबाह कर देते हैं और जंगली जानवरों से बचाव के लिए सरकार किसानों व बागवानों की मदद करती है। इसी योजना को सफल बनाने के लिए वर्ष 2015-16 में यहां पर सोलर फेंसिग योजना को शुरू किया गया था मगर विभाग के अनुसार इसका ज्यादा असर नहीं दिख रहा है और लोग भी पसंद नहीं कर रहे हैं। ऐसे में बाढ़बंदी की डिमांड है और कांटेदार तार व चेन लिंक को लोग पसंद कर रहे हैं।
इसलिए अब सरकार सोलर फेंसिंग की जगह कांटेदार तार व जाली से बाड़बंदी करना चाहती है। इस तरीके से की गई बाड़बंदी ज्यादा मजबूत और लंबे समय तक टिकेगी। कांटेदार तार व जाली से बाड़बंदी के लिए सुक्खू सरकार किसानों को 70 फीसदी की सब्सिडी का लाभ देगी। बाकी का पैसा किसानों को अपनी जेब से खर्च करना होगा।