हर जगह हाथ फैलाए, पर मुंह की खानी पड़ी, पाकिस्तान को अमरीका से भी मिली नसीहत
पहलगाम हमले के बाद भारत से बुरी तरह डरा पाकिस्तान हर जगह गिड़गिड़ाने को मजबूर हो चुका है, लेकिन कोई भी उसकी मदद करने को तैयार नहीं है। यहां तक कि मुस्लिम देशों ने भी मदद करने से इनकार कर दिया है। चीन, तुर्की, सउदी अरब सहित अन्य मुस्लिम देशों ने भारत-पाकिस्तान के बीच उपजे तनाव में तटस्थ रहने की बात कही है। हालांकि हाल ही में तुर्की द्वारा पाकिस्तान को सैन्य मदद करने की खबरें आई थीं, लेकिन तुर्की ने अब इसका खंडन किया है। अब हर जगह से खाली हाथा रहने के बाद आतंक का आका पाकिस्तान अमरीका की शरण में चला गया है, लेकिन वहां से भी उसे मदद की गुंजाइश मिलती नहीं दिख रही।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अमरीकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से आग्रह किया कि वह भारत को समझाए कि उसे अपनी बयानबाजी में संयम बरतना चाहिए तथा पहलगाम हमले के बाद दोनों देशों के बीच उत्पन्न तनाव के बीच जिम्मेदारी का परिचय देना चाहिए। उधर, अमरीका ने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में भारत के साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता दोहराई है। अमरीकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने सोशल मीडिया में कहा कि श्री रुबियो ने श्री जयशंकर के साथ बातचीत के दौरान जानमाल के नुकसान पर गहरा दुख व्यक्त किया और पहलगाम हमले में पीडि़तों और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में भारत के साथ मिलकर काम करने की अमरीका की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने पाकिस्तान के साथ तनाव कम करने और दक्षिण एशिया में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए भी प्रोत्साहित किया।