हिमाचल में मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना में नहीं रही शक्ति
पूर्व वित्त वर्ष के केसों को इस वर्ष दी गई स्वीकृति, 2024 में एक भी केस स्वीकार नहीं, नए आवेदनों पर नहीं कोई विचार, नहीं हुई सहमति बैठकें
हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना में आवेदन नहीं आ रहे हैं। 2024-25 में अब तक एक भी उम्मीदवार को स्वालवलंबन योजना के तहत स्वीकृति प्रदान नहीं की गई है। जबकि पूर्व वित्तीय वर्ष 2023-24 के मात्र 21 केसों को इस वर्ष में स्वीकृति दी गई है। जबकि नए आवेदनों पर कोई विचार ही नहीं किया जा रहा है, इतना ही नहीं उद्योग विभाग के पास कितने आवेदन पहुंचे हैं, इस बात की भी कोई खास जानकारी ही उपलब्ध नहीं है। जबकि जिला स्तरीय समिति की बैठकें होना तो गुज़रे जमाने की बातें हो गई हैं। मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के अंतर्गत जिला कांगड़ा में पिछले साल 2023-24 में कुल 21 मामले यानी आवेदन मौजूदा वित्तीय वर्ष 2024-25 में स्वीकृत किए गए हैं। योजना के अंतर्गत किए गए आवेदनों में मुख्यत: कैंपिंग साइट्स, होटल, शापिंग माल, रेस्टोरेंट, बेकरी इत्यादि को लेकर आवेदन प्राप्त हुए थे।
मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना में 18 से 45 वर्ष आयु के हिमाचली स्थायी निवासी युवक तथा 18 से 50 वर्ष तक की महिलाएं, एक करोड़ रुपए की परियोजना लागत पर 60 लाख तक के लोन पर क्रमश: 25 तथा 30 प्रतिशत तथा विधवाओं को 35 प्रतिशत अनुदान के साथ प्रदान किया जाता है। इस योजना के द्वारा सरकार की ओर से अधिकतम बेरोजगार युवकों एवं युवतियों को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास कर किए जा रहे थे। मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के अंतर्गत गठित जिला स्तरीय समिति की एक भी बैठक नहीं हो पाई है, जो कि पहले त्रैमासिक रूप से भी की जाती थी, इतना ही नहीं इसमें महिलाओं को प्राथमिकता प्रदान करते हुए उनके व्यवसाय आरंभ करने के लिए ऋण