हिमाचल सरकार का कमाऊपूत बनने लगा पावर कारपोरेशन, उज्ज्वल भविष्य की जगी आस
चार परियोजनाओं से कमाए करोड़ों, उज्ज्वल भविष्य की जगी आस
हिमाचल प्रदेश का पावर कारपोरेशन सरकार के लिए कमाऊपूत साबित होने लगा है, जिस तरह से हिमाचल में एक परियोजना से सतलुज विद्युत निगम लिमिटेड ऊर्जा क्षेत्र की बड़ी कंपनी बन चुकी है वैसे ही आने वाले समय में हिमाचल पावर कारपोरेशन भी ऊंचाईयां छूएगा यह तय है। पावर कारपोरेशन को सरकार ने जो प्रोजेक्ट मिले हैं उसमें यदि एक-दो परियोजना को छोड़ दें तो शेष परियोजनाओं पर लगातार वह आगे बढ़ रहा है। इसमें एक शोंगटोंग परियोजना अभी सिरदर्द बनी हुई है, जिसको बनाने में काफी ज्यादा मेहनत करनी पड़ रही है। इससे पहले सावड़ा कुडू में भी ऐसी ही दिक्कतें थीं मगर अब वह बन चुका है। कुछ और बड़ी परियोजनाएं पावर कारपोरेशन को सरकार ने दी है जिसमें श्रीरेणुका जी डैम परियोजना है, जिस पर सालों से काम नहीं बढ़ पा रहा है। इसमें भी लंबा समय लग गया है, जिसकी कई तरह की दिक्कतें हैं। मगर यहां पर अब सरकार ने पंप स्टोरेज प्रोजेक्ट भी पावर कारपोरेशन को सौंप दिया है, जिससे उसे राहत मिलेगी। इसी तरह से थाना प्लौन में भी एक पंप स्टोरेज प्रोजेक्ट उसे सौंपा गया है।
पावर कारपोरेशन की अब तक की कमाई की बात करें तो उसके तीन-चार प्रोजेक्टों में करोड़ों रुपए की कमाई शुरू हो गई है। काशंग परियोजना से अब तक 335 करोड़ रुपए की इनकम हो चुकी है। यह प्रोजेक्ट वर्ष 2017 से शुरू हुआ था, जिसकी क्षमता 65 मेगावाट की है। सैंज परियोजना से 1050 करोड़ की बिजली का व्यापार अब तक हो चुका है। यह वर्ष 2016 से चल रहा है, जिसकी क्षमता 100 मेगावाट की है। सावड़ा कुड्डू में भी उत्पादन हो रहा है, जहां से अब तक 485 करोड़ की बिजली का व्यापार हो चुका है। यह वर्ष 2021 में बनकर उत्पादन में आया था