मोदी के 75वें जन्मदिन पर सबसे पहले ट्रम्प की बधाई:फोन कर कहा- आप अद्भुत काम कर रहे; PM बोले- थैंक यू, मेरे दोस्त
मोदी के 75वें जन्मदिन पर सबसे पहले ट्रम्प की बधाई:फोन कर कहा- आप अद्भुत काम कर रहे; PM बोले- थैंक यू, मेरे दोस्त
वॉशिंगटन डीसी/नई दिल्ली
भारत पर 50% टैरिफ लगाए जाने के बाद PM मोदी और राष्ट्रपति ट्रम्प के बीच फोन पर यह पहली बातचीत है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी को फोन पर सबसे पहले जन्मदिन की बधाई दी। PM मोदी आज 75 साल के हो गए हैं। उन्होंने मंगलवार रात 10:53 बजे बताया कि ट्रम्प ने उन्हें फोन किया। ट्रम्प ने रात 11:30 बजे अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर PM से बातचीत की जानकारी दी।
ट्रम्प ने लिखा, ‘अभी-अभी मेरे दोस्त, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बहुत अच्छी बातचीत हुई। मैंने उन्हें जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएं दीं। वे अद्भुत काम कर रहे हैं। नरेंद्र, रूस और यूक्रेन के बीच जंग खत्म करने में आपके सहयोग के लिए धन्यवाद।’
PM मोदी ने X पर लिखा, ‘थैंक यू, मेरे दोस्त, प्रेसिडेंट ट्रम्प, मेरे 75वें जन्मदिन पर आपके फोन कॉल और बधाई के लिए धन्यवाद। आपकी तरह, मैं भी भारत-अमेरिका के बीच व्यापक और वैश्विक साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हूं। हम यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में आपकी पहल का समर्थन करते हैं।
50% टैरिफ लगाने के 40 दिन बाद दोनों की पहली बातचीत
भारत पर अमेरिका की तरफ से 50% टैरिफ लगाए जाने के बाद मोदी और ट्रम्प के बीच यह पहली बातचीत है। टैरिफ लगाने के 40 दिन बाद से भारत और अमेरिका के बीच संबंध खराब हो गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 6 अगस्त को रूस से तेल खरीद पर जुर्माने के तौर पर भारत पर 25% टैरिफ का ऐलान किया था।
वहीं, व्यापार घाटे का हवाला देकर 7 अगस्त से भारत पर 25% टैरिफ लगा दिया था। इस तरह, अमेरिका निर्यात होने वाले भारतीय सामानों पर कुल टैरिफ 50% लगाया गया है। भारत पर 50% टैरिफ 27 अगस्त 2025 से लागू हुआ था।
मोदी की ट्रम्प के साथ आखिरी बार 17 जून को फोन पर करीब 35 मिनट बातचीत हुई थी। 27 अगस्त को जर्मन अखबार फ्रैंकफर्टर अलगेमाइन त्सितुंग (FAZ) ने दावा किया था कि टैरिफ विवाद को लेकर मोदी ने हाल के हफ्तों में 4 बार ट्रम्प का फोन उठाने से मना कर दिया था।
भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड डील पर 7 घंटे बातचीत
टैरिफ को लेकर तनाव के बीच भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय ट्रेड डील पर बातचीत भी फिर शुरू हो गई है। मंगलवार को अमेरिकी प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच और भारतीय वाणिज्य विभाग के विशेष प्रतिनिधि राजेश अग्रवाल के बीच करीब 7 घंटे बातचीत हुई। दोनों देशों ने इसे बहुत सकारात्मक बताया।
वाणिज्य मंत्रालय ने बताया कि दोनों प्रतिनिधियों ने ट्रेड डील पर आगे का रास्ता तय करने पर बातचीत की। जल्द ही अगली बैठक की तारीख घोषित की जाएगी। बता दें कि लिंच एक दिन के भारत दौरे पर सोमवार रात नई दिल्ली पहुंचे थे।
वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि ट्रेड डील पर आगे की बात वर्चुअल मोड पर होगी। इसकी तारीख सहमति से तय करेंगे। डील पर अब तक 5 दौर की बातचीत हो चुकी है। लेकिन, 16 सितंबर की बातचीत छठे दौर की नहीं है, बल्कि यह उसकी तैयारी को लेकर थी। बता दें कि 25-29 अगस्त को प्रस्तावित छठा दौर टैरिफ लगाए जाने के बाद टाल दिया गया था।
पिछले 12 दिनों में ट्रम्प ने दो बार PM मोदी को अपना दोस्त कहा
10 सितंबर
ट्रम्प ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में लिखा, ‘मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत और अमेरिका दोनों देशों के बीच ट्रेड बैरियर को दूर करने के लिए बातचीत जारी है। आने वाले हफ्तों में मैं अपने बहुत अच्छे दोस्त, PM मोदी से बात के लिए उत्सुक हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि दोनों महान देशों के लिए एक सफल नतीजे पर पहुंचने में कोई दिक्कत नहीं आएगी।’
ट्रम्प के इस पोस्ट के करीब 5 घंटे बाद PM मोदी ने भी एक X पोस्ट में लिखा, ‘भारत और अमेरिका अच्छे दोस्त और नेचुरल पार्टनर हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि हमारी ट्रेड नेगोशिएशन भारत-अमेरिका पार्टनरशिप की असीमित संभावनाओं को खोलने का रास्ता बना देगी।
5 सितंबर
ट्रम्प ने सुबह करीब 6 बजे ट्रुथ पर लिखा, ‘ऐसा लगता है कि हमने भारत और रूस को चीन के हाथों खो दिया है। उम्मीद है उनका भविष्य अच्छा होगा।’ ट्रम्प शाम 6-7 बजे के बीच व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बातों से पलट गए। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा- ‘मैं हमेशा मोदी का दोस्त रहूंगा। भारत के साथ संबंधों को रीसेट करने के लिए हमेशा तैयार हूं।’
अगले दिन सुबह 9:45 बजे PM मोदी ने ट्रम्प के बयान को शेयर करते हुए X पर लिखा, ‘राष्ट्रपति ट्रम्प की भावनाओं और हमारे संबंधों को लेकर उनके विचारों की तहे दिल से सराहना करता हूं और उनका पूर्ण समर्थन करता हूं। उन्होंने कहा- भारत-अमेरिका के बीच एक पॉजिटिव और दूरदर्शी रणनीतिक साझेदारी है।’
ट्रम्प ने यूक्रेन जंग खत्म करने के लिए भारत पर टैरिफ लगाया
भारत समेत बाकी देशों पर हाई टैरिफ लगाने के मामले पर US कोर्ट में सुनवाई चल रही है। ट्रम्प ने 4 सितंबर को कोर्ट में भारत पर टैरिफ लगाने को जरूरी बताया था। उन्होंने कहा था कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो अमेरिका को बहुत ज्यादा आर्थिक नुकसान होगा।
ट्रम्प ने इससे पहले निचली अदालत के उस फैसले को चुनौती दी, जिसमें कहा गया था कि ट्रम्प विदेशी सामान पर भारी टैरिफ नहीं लगा सकते। ट्रम्प ने कहा था कि भारत पर लगाए गए टैरिफ रूस-यूक्रेन युद्ध रोकने के लिए बहुत जरूरी हैं।
उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में दलील दी कि भारत पर रूसी तेल खरीदने के लिए टैरिफ लगाया गया, ताकि युद्ध खत्म करने में मदद मिले। ट्रम्प ने कहा कि निचली अदालत का फैसला उनकी पिछले 5 महीनों की व्यापारिक बातचीत को मुश्किल में डाल सकता है। इससे यूरोपीय यूनियन, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देशों के साथ हुए समझौते खतरे में पड़ सकते हैं।
टैरिफ हटवाने के लिए भारत को माननी होंगी अमेरिका की शर्तें
अमेरिका के उद्योग मंत्री हॉवर्ड लुटनिक ने भारत पर 25% एक्स्ट्रा टैरिफ हटाने के लिए तीन शर्त रखी हैं। 1. भारत को रूस से तेल खरीदना बंद करना पड़ेगा, 2. BRICS से अलग होना होगा, 3. अमेरिका का सपोर्ट करना होगा।
उन्होंने कहा कि अगर आप (भारत) रूस और चीन के बीच ब्रिज बनना चाहते हैं तो बनें, लेकिन या तो डॉलर का या अमेरिका का समर्थन करें। अपने सबसे बड़े ग्राहक का सपोर्ट करें या 50% टैरिफ चुकाएं।हालांकि, उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि भारत जल्द ही अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते की बातचीत में शामिल होगा।