Himachal News :बिजली महंगी, उद्योगपतियों में रोष, बिल का बोझ बढ़ा, पलायन कर जाएंगे उद्योग
-उद्योगपति बोले, मुख्यमंत्री के सस्ती बिजली देने के दावे बैमानी
-अन्य राज्यों से महंगी है हिमाचल में बिजली
-स्टील उद्योगों पर करोड़ों रुपए अतिरिक्त बिजली बिल का भार
धागा उद्योग पर भी करोड़ों के बिजली बिल का बोझ
बद्दी. आर्थिक संकट से जूझ रही सरकार ने उद्योगों को सप्लाई हो रही बिजली की दरों को बढ़ा दिया है। जिससे आर्थिक मंदी झेल रहे उद्योगपतियों की परेशानी बढ़ गई है। लघु उद्योगों के साथ-साथ बड़े उद्योगों पर भी लाखों रुपए का बिजली का बोझ बढ़ गया है। जिससे उद्योगपति सरकार के निर्णय से खफा है। उद्योगिक संगठनों ने बिजली के बढ़े दामों को कम करने के लिए मीटिंग का आयोजन किया है। सभी उद्योगपति मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिलकर बिजली के दामों को कम करने की मांग रखेंगे।
उद्योगपतियों का कहना है कि हिमाचल में उद्योगों को मिलने वाली सब्सिडी, बिजली की कम दरों और औद्योगिक पैकेज के कारण हिमाचल में आए। लेकिन अब औद्योगिक पैकेज भी खत्म हो गया है। अब सरकार बिजली के रेट भी बढ़ा रही है, जिससे उद्योगपतियों की परेशानी बढ़ गई है। उद्योगपतियों का कहना है कि सभी ने करोड़ों रुपए का निवेश हिमाचल में किया है। जिससे हिमाचल को टैक्स के रुप में करोड़ों रुपए का फायदा होता है। इसके साथ ही हिमाचल के लाखों युवाओं को भी उद्योगों के माध्यम से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिला है। अगर सरकार ने उद्योगपतियों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो हिमाचल से उद्योग पलायन करने को मजबूर होंगे। जिससे उद्योगपतियों के साथ-साथ हिमाचल के लोगों को भी भारी नुकसान होगा। उद्योगपतियों ने सामूहिक रुप से सरकार से मांग की है कि वह बिजली के रेट बढ़ाने के निर्णय को वापस ले जिससे कि उद्योगपतियों पर अतिरिक्त बोझ न पड़े।
उद्योगपति बोले, मुख्यमंत्री के सस्ती बिजली देने के दावे बैमानी
बिजली की दर बढ़ाने पर उद्योगपतियों के द्वारा उठाई गई आवाज मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के कानों में भी गूंजी। जिसके जवाब में मुख्यमंत्री ने बयान जारी कर कहा कि हिमाचल में उद्योगपतियों को अन्य पड़ौसी राज्यों के मुकाबले बिजली 1 रुपए प्रति यूनिट सस्ती मिल रही है। लेकिन उद्योगपतियों का कहना है कि सस्ती बिजली देने के मुख्यमंत्री के दावे बेमानी है। हिमाचल में उद्योगों को अब महंगी बिजली मिल रही है।
अन्य राज्यों से महंगी है हिमाचल में बिजली
हिमाचल के उद्योगपतियों ने बिजली दरों के आंकड़े जारी कर बताया है कि हिमाचल में बिजली महंगी मिल रही है। हिमाचल में बिजली की दर 5.19 रुपए प्रति यूनिट से 7.58 रुपए प्रति यूनिट हो गई है। इसके विपरीत पंजाब में 7.45 रुपए प्रति यूनिट, हरियाणा में 6.76 और जम्मू कश्मीर में 5.37 रुपए प्रति यूनिट बिजली की दर है। इस प्रकार हिमाचल में सभी पड़ौसी राज्यों से महंगी है।
स्टील उद्योगों पर करोड़ों रुपए अतिरिक्त बिजली बिल का भार
बिजली के रेट बढ़ने से सबसे अधिक प्रभाव हिमाचल में स्थापित स्टील उद्योगों पर पड़ा है। स्टील उद्योगों को प्रतिमाह बिजली का बिल लाखों रुपए बढ़ गया है। हिमाचल में बिजली सस्ती होने के कारण उद्योगपति हिमाचल आए थे लेकिन अब महंगी बिजली होने के कारण परेशानी बढ़ गई है।
धागा उद्योग पर भी करोड़ों के बिजली बिल का बोझ
हिमाचल में औद्योगिक पैकेज और बिजली सस्ती होने के कारण बड़े- बड़े धागा उद्योग भी स्थापित हुए है। वर्धमान जैसे बड़े धागा उद्योग में हिमाचल के हजारों युवाओं को रोजगार मिला है। एक अनुमान के अनुसार बिजली के रेट बढ़ने से धागा उद्योग को 2 करोड़ रुपए से अधिक बिजली के बिल को बोझ पड़ेगा। स्टील और धागा उद्योग ऐसे हैं जिनमें बिजली की खपत बहुत अधिक होती है। इतना अधिक बोझ बढ़ने से उद्योगों को मुश्किल का सामना करना पड़ेगा।
[4:21 pm, 29/09/2024] Sandeep Upadhyay: राणा साब चैक करो। अब आंकड़े जोड़ दिए हैं।
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Nation News Desk
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