एक महीने में पहला एग्जाम लेगी भर्ती एजेंसी, नेगोसिएशन के बाद टेंडर अवार्ड, तीन साल होगी एजेंसी की अवधि
एक महीने में पहला एग्जाम लेगी भर्ती एजेंसी, नेगोसिएशन के बाद टेंडर अवार्ड, तीन साल होगी एजेंसी की अवधि
राज्य चयन आयोग में नेगोसिएशन के बाद टेंडर अवार्ड; तीन साल होगी एजेंसी की अवधि, दो साल बढ़ा सकेंगे
क्लास-थ्री की भर्तियों के लिए राज्य चयन आयोग हमीरपुर को कम्प्यूटर बेस्ड टेस्ट की एजेंसी मिल गई है। सोमवार को उनके साथ नेगोसिएशन बैठक के बाद लैटर आफ इंटेंट यानी टेंडर अवार्ड कर दिया गया। एजेंसी को तीन साल की अवधि के लिए चयनित किया गया है। यदि काम ठीक रहा, तो दो साल तक इसे एक्सटेंशन दी जा सकेगी। राज्य चयन आयोग ने बताया कि टेंडर की शर्तों के मुताबिक दो महीने का पीरियड पूरी व्यवस्था के लिए रहता है, लेकिन कोशिश यह है कि एक महीने के भीतर पहला सीबीटी एग्जाम हो जाए। टेंडर के बाद अब आयोग और इस एजेंसी के बीच एग्रीमेंट भी साइन होना है। नई बात यह है कि एग्जाम सेंटर यह एजेंसी खुद बनाएगी। राज्य सरकार के सरकारी दफ्तरों के कम्प्यूटर परीक्षाओं के लिए नहीं लिए जाएंगे।
इसलिए किसी भी परीक्षा के लिए सिर्फ संडे या छुट्टियों का इंतजार करने की जरूरत नहीं है। आवेदक ज्यादा होने की सूरत में मल्टी सेशन में एग्जाम होंगे और रिजल्ट बहुत जल्दी घोषित किया जा सकेगा। इस एजेंसी को जिस फॉर्मेट पर काम दिया गया है, उसके अनुसार सीबीटी की ये परीक्षाएं यूजीसी, बैंकिंग सेक्टर या जेईई मेन्स एग्जाम की तरह होंगी। इस एजेंसी का लंबे अरसे से इंतजार था। राज्य सरकार ने इससे पहले भारत सरकार की एजेंसी सी-डेक से भी समझौता करने की कोशिश की थी, लेकिन उनका काम बेहद स्लो पाया गया था। नई एजेंसी के जरिए राज्य चयन आयोग कम्प्यूटर बेस्ड टेस्ट लेने की शुरुआत करेगा। अभी कोशिश यह हो रही है कि नए सिस्टम में अभ्यर्थियों पर फीस का ज्यादा भरना पड़े।
टीजीटी और जेबीटी परीक्षा से होगी शुरुआत
राज्य चयन आयोग ने टीजीटी और जेबीटी के लिए आवेदन की प्रक्रिया पूरी कर ली है और कुल 1537 पदों के लिए 90,167 आवेदन आए हैं। वर्तमान में टीजीटी के लिए 30 सितंबर तक करेक्शन की विंडो दी गई है। यह करेक्शन सिर्फ कैटेगरी या सब कैटेगरी में की जा सकती है। इसी तरह की एक विंडो जेबीटी को भी दी जा सकती है। इन्हीं परीक्षाओं से नई एजेंसी सीबीटी की शुरुआत करेगी।
